चलती ट्रेन से पत्नी को धक्का देने की खौफनाक घटना, RPF और लाइनमैन ने बचाई जान

चलती ट्रेन से पत्नी को धक्का देने की खौफनाक घटना, RPF और लाइनमैन ने बचाई जान

रामगढ़ जिले में बरकाकाना से वाराणसी जा रही एक्सप्रेस ट्रेन में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां उत्तर प्रदेश के एक युवक ने अपनी पत्नी को चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। यह हादसा भुरकुंडा और पतरातू रेलवे स्टेशन के बीच हुआ। महिला पानी से भरे गड्ढे में जा गिरी और गंभीर रूप से घायल हो गई, लेकिन समय रहते लाइनमैन और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के जवानों ने उसकी जान बचा ली।

घटना का पूरा विवरण

उत्तर प्रदेश के देवरिया निवासी 25 वर्षीय युवक अपनी पत्नी खुशबू कुमारी के साथ बरकाकाना से वाराणसी जा रही वाराणसी एक्सप्रेस में सवार हुआ था। ट्रेन जैसे ही पूर्व-मध्य रेलवे के भुरकुंडा और पतरातू स्टेशनों के बीच पहुंची, वैसे ही पति ने पत्नी को कथित रूप से चलती ट्रेन से धक्का दे दिया।

महिला ट्रेन से गिरकर रेलवे ट्रैक के किनारे पानी से भरे एक गड्ढे में जा गिरी। गिरने से उसके शरीर में कई जगह गंभीर चोटें आईं। घटना के समय ट्रेन की रफ्तार काफी तेज थी, जिससे यह हमला जानलेवा साबित हो सकता था।

लाइनमैन और RPF की तत्परता से बची जान

घायल महिला को सबसे पहले रेलवे ट्रैक पर काम कर रहे एक लाइनमैन ने देखा, जिसने तुरंत पतरातू में तैनात RPF जवानों को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही RPF की टीम मौके पर पहुंची और महिला को बाहर निकाला। प्राथमिक उपचार के लिए उसे पहले रामगढ़ के सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर उसे रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) रेफर कर दिया गया।

RIMS के डॉक्टरों के अनुसार, महिला की हालत अब स्थिर है, लेकिन उसे कई दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा।

पुलिस ने शुरू की जांच

घटना की जानकारी मिलने के बाद बरकाकाना जीआरपी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बरकाकाना जीआरपी प्रभारी मनोहर बारला ने बताया कि महिला के बयान के आधार पर पति के खिलाफ हत्या के प्रयास और महिला उत्पीड़न की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विशेष टीम गठित की गई है।

पत्नी का गंभीर आरोप

घायल महिला खुशबू कुमारी ने अस्पताल में बयान देते हुए बताया कि उसकी एक वर्ष पहले शादी हुई थी। वह अपने पति के साथ बरकाकाना जंक्शन से वाराणसी जा रही थी। खुशबू ने आरोप लगाया कि उसका पति उसे मारना चाहता था और इसलिए उसने चलती ट्रेन से धक्का दे दिया, ताकि यह घटना एक हादसे की तरह लगे।

उसने बताया कि ट्रेन में सवार होते समय से ही पति का व्यवहार हिंसात्मक था और वह बार-बार धमकी दे रहा था।

सामाजिक सवाल और रेलवे की जिम्मेदारी

इस घटना ने न केवल घरेलू हिंसा के मुद्दे को फिर से सतह पर ला दिया है, बल्कि यह भी सवाल खड़े करता है कि क्या रेलवे में महिला यात्रियों की सुरक्षा को लेकर पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं?

ट्रेन में CCTV की कमी, कोचों में सुरक्षा कर्मचारियों की अनुपस्थिति और यात्रियों की पहचान व मानसिक स्थिति की कोई जांच न होना – यह सभी बातें ऐसी घटनाओं को बढ़ावा देती हैं।

रेलवे को चाहिए कि महिला यात्रियों के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाए और घरेलू हिंसा से जुड़े मामलों में ट्रेनों में यात्रा से पहले मनोवैज्ञानिक परामर्श अथवा निगरानी प्रणाली विकसित की जाए।

RPF और लाइनमैन की तारीफ

इस हादसे के बाद रेलवे लाइनमैन और RPF की तत्परता की पूरे इलाके में प्रशंसा हो रही है। अगर वे समय पर नहीं पहुंचते, तो यह मामला एक दर्दनाक मौत में बदल सकता था।

निष्कर्ष

रामगढ़ की इस घटना ने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि घरेलू हिंसा किस हद तक घातक रूप ले सकती है। साथ ही, यह भी स्पष्ट हो गया कि रेलवे को यात्रियों की सुरक्षा के प्रति और अधिक सजग रहने की आवश्यकता है।

फिलहाल महिला खतरे से बाहर है, लेकिन आरोपी पति की गिरफ्तारी अभी बाकी है। पुलिस जांच कर रही है और यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाई जाएगी।

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